साँसों की यह लड़ी घट रही घड़ी घड़ी दूर कोलाहल में कहाँ पड़ी हर पल कल कल बहती हर कड़ी साँसों की यह लड़ी घट रही घड़ी घड़ी दूर कोलाहल में कहाँ पड़ी हर पल कल कल बहती हर कड़ी
नम हो जाए कभी दर्द से बोझिल नैना बस याद कर लेना मुझको शीत परत संदल सी बनकर लेपन सी पलकों ... नम हो जाए कभी दर्द से बोझिल नैना बस याद कर लेना मुझको शीत परत संदल सी बन...
मेरी हर पहचान मेरा रूप है जिंदगी एक वादा है एक इरादा है जिंदगी। मेरी हर पहचान मेरा रूप है जिंदगी एक वादा है एक इरादा है जिंदगी।
आपसी प्रेम और विश्वास के संबंधो को, क्या ,हम सचमुच निभा रहे हैं ? आपसी प्रेम और विश्वास के संबंधो को, क्या ,हम सचमुच निभा रहे हैं ?
ज़िंदगी की आस भी अब ज़िंदगी में बाकी नहीं ज़िंदगी की आस भी अब ज़िंदगी में बाकी नहीं
मिटने में मीत सा, अहसास ये कैसा गत विगत, अहसास ये सतत कैसा.. मिटने में मीत सा, अहसास ये कैसा गत विगत, अहसास ये सतत कैसा..